सेंट विवेकानंद स्कूल में लोहड़ी का त्योहार समस्त छात्रों, अध्यापकगण व अन्य सदस्यों ने एक साथ मनाया। ‘‘सुंदर मुंदरिए होए’’ गाकर दूल्हा भट्टी द्वारा किए गए सत्कार्यो को याद किया गया। लोहड़ी की पवित्र अग्नि में ‘ईश्वर आए दरिद्र जाए’ के स्वरों से बुराई का अंत कर अच्छाई के आने का स्वागत किया गया।
सर्वप्रथम प्राचार्य श्री पीयूष पुँज जी ने जल व तिलकार्पण द्वारा लोहड़ी की अग्नि प्रज्जवलित की। फिर उसमें तिल व मक्कई के दाने डाल कर पूजन किया गया। तत्पश्चात उपस्थित सभी सदस्यों को मुंगफली, रेवड़ियाँ व गचक वितरित की गई। सभी ने लोहड़ी के गिर्द बैठकर सर्दी के ज़ायकों का आनंद लिया ।
प्राचार्य जी ने कहा कि यह त्योहार बहुत ही पवित्र होने के साथ-साथ रोमांचक भी है, मकर संक्रांति के दिन पहले विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है। इस दिन लोग फसलों की अच्छी पैदावार के लिए ईश्वर और प्रकृति को धन्यवाद देते हैं । साथ ही भविष्य में भी खेतों की अच्छी फसल की कामना करते हैं ।
यह नाच-गा कर मनाने का व मस्ती का त्योहार है। आज आप सभी लोहड़ी का गीत गा कर अपने जानने वालों से लोहड़ी रूप में प्रेम एकत्र करो। अंत में गीतों पर सभी ने नृत्य करके बहुत ही आनंद प्राप्त किया।